एक छोटे से गाँव में छोटू नाम का एक नटखट और कल्पनाशील लड़का रहता था। छोटू को ड्रॉइंग बनाना बहुत पसंद था, लेकिन उसके पास अच्छी पेंसिल नहीं थी। एक दिन, जंगल में घूमते समय उसे एक बूढ़े आदमी ने एक चमकती हुई पेंसिल दी और कहा,
एक छोटे से गाँव में छोटू नाम का एक नटखट और कल्पनाशील लड़का रहता था। छोटू को ड्रॉइंग बनाना बहुत पसंद था, लेकिन उसके पास अच्छी पेंसिल नहीं थी। एक दिन, जंगल में घूमते समय उसे एक बूढ़े आदमी ने एक चमकती हुई पेंसिल दी और कहा,
एक छोटे से गाँव में छोटू नाम का एक नटखट और कल्पनाशील लड़का रहता था। छोटू को ड्रॉइंग बनाना बहुत पसंद था, लेकिन उसके पास अच्छी पेंसिल नहीं थी। एक दिन, जंगल में घूमते समय उसे एक बूढ़े आदमी ने एक चमकती हुई पेंसिल दी और कहा,
एक छोटे से गाँव में छोटू नाम का एक नटखट और कल्पनाशील लड़का रहता था। छोटू को ड्रॉइंग बनाना बहुत पसंद था, लेकिन उसके पास अच्छी पेंसिल नहीं थी। एक दिन, जंगल में घूमते समय उसे एक बूढ़े आदमी ने एक चमकती हुई पेंसिल दी और कहा,
उस दिन से मोनू ने फैसला किया कि वह अपनी शक्तियों का उपयोग जंगल के सभी जानवरों की मदद करने में करेगा। एक दिन, जंगल में एक बड़ा हाथी गलती से नदी में गिर गया और बाहर नहीं आ पा रहा था। सभी जानवर परेशान थे, लेकिन मोनू ने अपनी सुपरहीरो शक्तियों का उपयोग किया और फटाफट हाथी को बचा लिया।
उस दिन से मोनू ने फैसला किया कि वह अपनी शक्तियों का उपयोग जंगल के सभी जानवरों की मदद करने में करेगा। एक दिन, जंगल में एक बड़ा हाथी गलती से नदी में गिर गया और बाहर नहीं आ पा रहा था। सभी जानवर परेशान थे, लेकिन मोनू ने अपनी सुपरहीरो शक्तियों का उपयोग किया और फटाफट हाथी को बचा लिया।
उस दिन से मोनू ने फैसला किया कि वह अपनी शक्तियों का उपयोग जंगल के सभी जानवरों की मदद करने में करेगा। एक दिन, जंगल में एक बड़ा हाथी गलती से नदी में गिर गया और बाहर नहीं आ पा रहा था। सभी जानवर परेशान थे, लेकिन मोनू ने अपनी सुपरहीरो शक्तियों का उपयोग किया और फटाफट हाथी को बचा लिया।
एक समय की बात है, एक छोटे से जंगल में मोनू नाम का एक बंदर रहता था। वह बहुत शरारती और नटखट था। एक दिन, उसे जंगल के बीचों-बीच एक पेड़ पर चमकता हुआ जादुई फल मिला। मोनू ने वह फल तोड़कर खा लिया। जैसे ही उसने फल खाया, उसके अंदर सुपरहीरो की शक्तियाँ आ गईं। अब वह बहुत तेज़ दौड़ सकता था, ऊँची छलांग लगा सकता था और हवा में उड़ भी सकता था!
एक समय की बात है, एक छोटे से जंगल में मोनू नाम का एक बंदर रहता था। वह बहुत शरारती और नटखट था। एक दिन, उसे जंगल के बीचों-बीच एक पेड़ पर चमकता हुआ जादुई फल मिला। मोनू ने वह फल तोड़कर खा लिया। जैसे ही उसने फल खाया, उसके अंदर सुपरहीरो की शक्तियाँ आ गईं। अब वह बहुत तेज़ दौड़ सकता था, ऊँची छलांग लगा सकता था और हवा में उड़ भी सकता था!
एक समय की बात है, एक छोटे से जंगल में मोनू नाम का एक बंदर रहता था। वह बहुत शरारती और नटखट था। एक दिन, उसे जंगल के बीचों-बीच एक पेड़ पर चमकता हुआ जादुई फल मिला। मोनू ने वह फल तोड़कर खा लिया। जैसे ही उसने फल खाया, उसके अंदर सुपरहीरो की शक्तियाँ आ गईं। अब वह बहुत तेज़ दौड़ सकता था, ऊँची छलांग लगा सकता था और हवा में उड़ भी सकता था!
एक छोटे से गाँव में छोटू नाम का एक नटखट और कल्पनाशील लड़का रहता था। छोटू को ड्रॉइंग बनाना बहुत पसंद था, लेकिन उसके पास अच्छी पेंसिल नहीं थी। एक दिन, जंगल में घूमते समय उसे एक बूढ़े आदमी ने एक चमकती हुई पेंसिल दी और कहा, "यह एक जादुई पेंसिल है। इससे जो भी तुम बनाओगे, वह असली हो जाएगा।"
एक छोटे से गाँव में छोटू नाम का एक नटखट और कल्पनाशील लड़का रहता था। छोटू को ड्रॉइंग बनाना बहुत पसंद था, लेकिन उसके पास अच्छी पेंसिल नहीं थी। एक दिन, जंगल में घूमते समय उसे एक बूढ़े आदमी ने एक चमकती हुई पेंसिल दी और कहा, "यह एक जादुई पेंसिल है। इससे जो भी तुम बनाओगे, वह असली हो जाएगा।"
एक छोटे से गाँव में छोटू नाम का एक नटखट और कल्पनाशील लड़का रहता था। छोटू को ड्रॉइंग बनाना बहुत पसंद था, लेकिन उसके पास अच्छी पेंसिल नहीं थी। एक दिन, जंगल में घूमते समय उसे एक बूढ़े आदमी ने एक चमकती हुई पेंसिल दी और कहा, "यह एक जादुई पेंसिल है। इससे जो भी तुम बनाओगे, वह असली हो जाएगा।"
हिरण ने कौआ और चूहे का धन्यवाद किया। वह जान गया था कि सच्चे दोस्त वही होते हैं जो मुश्किल समय में साथ खड़े रहते हैं।
हिरण ने कौआ और चूहे का धन्यवाद किया। वह जान गया था कि सच्चे दोस्त वही होते हैं जो मुश्किल समय में साथ खड़े रहते हैं।
हिरण ने कौआ और चूहे का धन्यवाद किया। वह जान गया था कि सच्चे दोस्त वही होते हैं जो मुश्किल समय में साथ खड़े रहते हैं।
चूहा तुरंत कौआ के साथ गया और उसने जाल को अपने तेज दांतों से काटना शुरू किया। कुछ ही समय में जाल कट गया, और हिरण आज़ाद हो गया।
चूहा तुरंत कौआ के साथ गया और उसने जाल को अपने तेज दांतों से काटना शुरू किया। कुछ ही समय में जाल कट गया, और हिरण आज़ाद हो गया।
चूहा तुरंत कौआ के साथ गया और उसने जाल को अपने तेज दांतों से काटना शुरू किया। कुछ ही समय में जाल कट गया, और हिरण आज़ाद हो गया।
कौआ, जो पास के पेड़ पर बैठा था, तुरंत अपने दोस्त की मदद करने के लिए आया। उसने सोचा और समझा कि क्या किया जाए। तभी उसे एक योजना सूझी। कौआ उड़कर जंगल के पास एक चूहे के पास गया जो उसकी मदद कर सकता था। कौआ ने चूहे से कहा, "मेरा दोस्त हिरण जाल में फंस गया है। कृपया उसकी मदद करो और जाल काट दो।"
कौआ, जो पास के पेड़ पर बैठा था, तुरंत अपने दोस्त की मदद करने के लिए आया। उसने सोचा और समझा कि क्या किया जाए। तभी उसे एक योजना सूझी। कौआ उड़कर जंगल के पास एक चूहे के पास गया जो उसकी मदद कर सकता था। कौआ ने चूहे से कहा, "मेरा दोस्त हिरण जाल में फंस गया है। कृपया उसकी मदद करो और जाल काट दो।"
कौआ, जो पास के पेड़ पर बैठा था, तुरंत अपने दोस्त की मदद करने के लिए आया। उसने सोचा और समझा कि क्या किया जाए। तभी उसे एक योजना सूझी। कौआ उड़कर जंगल के पास एक चूहे के पास गया जो उसकी मदद कर सकता था। कौआ ने चूहे से कहा, "मेरा दोस्त हिरण जाल में फंस गया है। कृपया उसकी मदद करो और जाल काट दो।"
जितना वह छूटने की कोशिश करता, उतना ही जाल कसता चला जाता। हिरण ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया।
एक दिन, एक शिकारी जंगल में आया और उसने हिरण को पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया। हिरण को जाल का पता नहीं चला और वह फंस गया। वह जोर-जोर से भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन जितना वह छूटने की कोशिश करता, उतना ही जाल कसता चला जाता। हिरण ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया।
एक दिन, एक शिकारी जंगल में आया और उसने हिरण को पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया। हिरण को जाल का पता नहीं चला और वह फंस गया। वह जोर-जोर से भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन जितना वह छूटने की कोशिश करता, उतना ही जाल कसता चला जाता। हिरण ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया।
एक दिन, एक शिकारी जंगल में आया और उसने हिरण को पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया। हिरण को जाल का पता नहीं चला और वह फंस गया। वह जोर-जोर से भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन जितना वह छूटने की कोशिश करता, उतना ही जाल कसता चला जाता। हिरण ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया।
एक दिन, एक शिकारी जंगल में आया और उसने हिरण को पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया। हिरण को जाल का पता नहीं चला और वह फंस गया। वह जोर-जोर से भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन जितना वह छूटने की कोशिश करता, उतना ही जाल कसता चला जाता। हिरण ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया।
एक समय की बात है, एक घने जंगल में एक कौआ और एक हिरण रहते थे। दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे। वे हमेशा साथ रहते और हर काम मिलजुल कर करते थे।
एक समय की बात है, एक घने जंगल में एक कौआ और एक हिरण रहते थे। दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे। वे हमेशा साथ रहते और हर काम मिलजुल कर करते थे।
एक समय की बात है, एक घने जंगल में एक कौआ और एक हिरण रहते थे। दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे। वे हमेशा साथ रहते और हर काम मिलजुल कर करते थे।
कौआ बहुत खुश हुआ और घड़े के पास गया, लेकिन
कौआ बहुत खुश हुआ और घड़े के पास गया, लेकिन
कौआ बहुत खुश हुआ और घड़े के पास गया, लेकिन
थोड़ी देर सोचने के बाद, उसे एक उपाय सूझा। वह आसपास पड़े छोटे-छोटे कंकड़ उठा-उठाकर घड़े में डालने लगा। धीरे-धीरे पानी ऊपर आने लगा। कुछ ही देर में पानी घड़े के मुंह तक पहुंच गया। कौआ ने आराम से पानी पिया और उड़ गया।
थोड़ी देर सोचने के बाद, उसे एक उपाय सूझा। वह आसपास पड़े छोटे-छोटे कंकड़ उठा-उठाकर घड़े में डालने लगा। धीरे-धीरे पानी ऊपर आने लगा। कुछ ही देर में पानी घड़े के मुंह तक पहुंच गया। कौआ ने आराम से पानी पिया और उड़ गया।
थोड़ी देर सोचने के बाद, उसे एक उपाय सूझा। वह आसपास पड़े छोटे-छोटे कंकड़ उठा-उठाकर घड़े में डालने लगा। धीरे-धीरे पानी ऊपर आने लगा। कुछ ही देर में पानी घड़े के मुंह तक पहुंच गया। कौआ ने आराम से पानी पिया और उड़ गया।
कौआ बहुत खुश हुआ और घड़े के पास गया, लेकिन जब उसने अपनी चोंच अंदर डाली तो पानी बहुत नीचे था और उसकी चोंच वहां तक नहीं पहुंच सकी। कौआ परेशान हो गया, लेकिन वह हार मानने वाला नहीं था।