रेलवे अधिकारियों का स्टेशन पर पहुंचना: रेलवे अधिकारी स्टेशन पर पहुंचे हैं। स्टेशन पर हलचल है, लेकिन ट्रेन और सुरेश दोनों गायब हैं। मनोज रेलवे अधिकारियों को घटना के बारे में बता रहा है। अधिकारियों के चेहरों पर चिंता और आश्चर्य के भाव हैं, जबकि मनोज का चेहरा चिंता और भय से भरा हुआ है। कोहरे के बीच स्टेशन का दृश्य बेहद रहस्यमयी लग रहा है।
रेलवे अधिकारियों का स्टेशन पर पहुंचना: रेलवे अधिकारी स्टेशन पर पहुंचे हैं। स्टेशन पर हलचल है, लेकिन ट्रेन और सुरेश दोनों गायब हैं। मनोज रेलवे अधिकारियों को घटना के बारे में बता रहा है। अधिकारियों के चेहरों पर चिंता और आश्चर्य के भाव हैं, जबकि मनोज का चेहरा चिंता और भय से भरा हुआ है। कोहरे के बीच स्टेशन का दृश्य बेहद रहस्यमयी लग रहा है।
मनोज का घबराहट में ट्रेन को रोकने की कोशिश करना: मनोज स्टेशन पर खड़ा है, ट्रेन तेज़ी से आगे बढ़ रही है और उसके चेहरे पर गहरी घबराहट साफ नजर आ रही है। वह दौड़कर ट्रेन को रोकने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ट्रेन के पहिये तेज़ गति से घूम रहे हैं। स्टेशन पर कोहरा और रात का अंधेरा दृश्य को और रहस्यमयी बना रहे हैं।
मनोज का घबराहट में ट्रेन को रोकने की कोशिश करना: मनोज स्टेशन पर खड़ा है, ट्रेन तेज़ी से आगे बढ़ रही है और उसके चेहरे पर गहरी घबराहट साफ नजर आ रही है। वह दौड़कर ट्रेन को रोकने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ट्रेन के पहिये तेज़ गति से घूम रहे हैं। स्टेशन पर कोहरा और रात का अंधेरा दृश्य को और रहस्यमयी बना रहे हैं।
मनोज का घबराहट में ट्रेन को रोकने की कोशिश करना: मनोज स्टेशन पर खड़ा है, ट्रेन तेज़ी से आगे बढ़ रही है और उसके चेहरे पर गहरी घबराहट साफ नजर आ रही है। वह दौड़कर ट्रेन को रोकने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ट्रेन के पहिये तेज़ गति से घूम रहे हैं। स्टेशन पर कोहरा और रात का अंधेरा दृश्य को और रहस्यमयी बना रहे हैं।
मनोज का घबराहट में ट्रेन को रोकने की कोशिश करना: मनोज स्टेशन पर खड़ा है, ट्रेन तेज़ी से आगे बढ़ रही है और उसके चेहरे पर गहरी घबराहट साफ नजर आ रही है। वह दौड़कर ट्रेन को रोकने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ट्रेन के पहिये तेज़ गति से घूम रहे हैं। स्टेशन पर कोहरा और रात का अंधेरा दृश्य को और रहस्यमयी बना रहे हैं।
मनोज का घबराहट में ट्रेन को रोकने की कोशिश करना: मनोज स्टेशन पर खड़ा है, ट्रेन तेज़ी से आगे बढ़ रही है और उसके चेहरे पर गहरी घबराहट साफ नजर आ रही है। वह दौड़कर ट्रेन को रोकने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ट्रेन के पहिये तेज़ गति से घूम रहे हैं। स्टेशन पर कोहरा और रात का अंधेरा दृश्य को और रहस्यमयी बना रहे हैं।
ट्रेन के दरवाजे बंद हो गए
ट्रेन के दरवाजे बंद हो गए
सुरेश ने मनोज को वायरलेस सेट पर बुलाने की कोशिश की, लेकिन सेट ने काम करना बंद कर दिया। तभी अचानक ट्रेन के दरवाजे बंद हो गए और ट्रेन
सुरेश ने मनोज को वायरलेस सेट पर बुलाने की कोशिश की, लेकिन सेट ने काम करना बंद कर दिया। तभी अचानक ट्रेन के दरवाजे बंद हो गए और ट्रेन
जैसे ही सुरेश आगे बढ़ा, उसे एक अजीब सी आवाज सुनाई दी। आवाजें अस्पष्ट थीं, जैसे कोई रो रहा हो
जैसे ही सुरेश आगे बढ़ा, उसे एक अजीब सी आवाज सुनाई दी। आवाजें अस्पष्ट थीं, जैसे कोई रो रहा हो
उसने एक टॉर्च और एक वायरलेस सेट लेकर ट्रेन के अंदर कदम रखा।
उसने एक टॉर्च और एक वायरलेस सेट लेकर ट्रेन के अंदर कदम रखा।
ट्रेन के दरवाजे बंद होना और ट्रेन का चलना: अचानक ट्रेन के दरवाजे तेज आवाज के साथ बंद हो जाते हैं, और ट्रेन धीरे-धीरे चलने लगती है। सुरेश अंदर फंसा हुआ महसूस कर रहा है, उसका वायरलेस सेट काम नहीं कर रहा है। ट्रेन का माहौल भयावह है, और सुरेश के चेहरे पर डर और असमंजस की भावना झलक रही है। ट्रेन के बाहर घना कोहरा अब भी स्टेशन को ढके हुए है, जिससे दृश्य और भी रहस्यमय बन गया है।
ट्रेन के दरवाजे बंद होना और ट्रेन का चलना: अचानक ट्रेन के दरवाजे तेज आवाज के साथ बंद हो जाते हैं, और ट्रेन धीरे-धीरे चलने लगती है। सुरेश अंदर फंसा हुआ महसूस कर रहा है, उसका वायरलेस सेट काम नहीं कर रहा है। ट्रेन का माहौल भयावह है, और सुरेश के चेहरे पर डर और असमंजस की भावना झलक रही है। ट्रेन के बाहर घना कोहरा अब भी स्टेशन को ढके हुए है, जिससे दृश्य और भी रहस्यमय बन गया है।
अजीब आवाजें सुनाई देना: सुरेश ट्रेन के भीतर धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है, उसके चेहरे पर तनाव और चिंता साफ दिख रही है। उसके कानों में अस्पष्ट और धीमी आवाजें आ रही हैं, जैसे कोई रो रहा हो। ट्रेन का माहौल बेहद ठंडा और रहस्यमयी है। सुरेश थोड़ा घबराया हुआ लगता है, उसकी टॉर्च की रोशनी ट्रेन के कोने-कोने में घूम रही है।
अजीब आवाजें सुनाई देना: सुरेश ट्रेन के भीतर धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है, उसके चेहरे पर तनाव और चिंता साफ दिख रही है। उसके कानों में अस्पष्ट और धीमी आवाजें आ रही हैं, जैसे कोई रो रहा हो। ट्रेन का माहौल बेहद ठंडा और रहस्यमयी है। सुरेश थोड़ा घबराया हुआ लगता है, उसकी टॉर्च की रोशनी ट्रेन के कोने-कोने में घूम रही है।
कोहरे से ढका स्टेशन और ट्रेन का आगमन: रात का दृश्य, स्टेशन पर घना कोहरा फैला हुआ है। प्लेटफॉर्म पर हल्की रोशनी दिख रही है, और उसी में ट्रेन आकर रुकती है। सुरेश और मनोज थोड़ी दूरी पर खड़े हैं। ट्रेन के चारों ओर कोहरा फैला है, और वातावरण में गहरा रहस्य छिपा हुआ महसूस होता है।
कोहरे से ढका स्टेशन और ट्रेन का आगमन: रात का दृश्य, स्टेशन पर घना कोहरा फैला हुआ है। प्लेटफॉर्म पर हल्की रोशनी दिख रही है, और उसी में ट्रेन आकर रुकती है। सुरेश और मनोज थोड़ी दूरी पर खड़े हैं। ट्रेन के चारों ओर कोहरा फैला है, और वातावरण में गहरा रहस्य छिपा हुआ महसूस होता है।
सुरेश का ट्रेन के अंदर जाने का फैसला: सुरेश ने टॉर्च और वायरलेस सेट लेकर ट्रेन के अंदर कदम रखा है। उसके चेहरे पर गंभीरता और चिंता की भावनाएं स्पष्ट हैं। ट्रेन के भीतर का माहौल ठंडा और डरावना है। उसकी टॉर्च की रोशनी ट्रेन के धूल से ढके कोच में पड़ रही है। सीटें पुरानी और जर्जर दिखाई दे रही हैं, और पूरे दृश्य में सन्नाटा पसरा हुआ है।
सुरेश का ट्रेन के अंदर जाने का फैसला: सुरेश ने टॉर्च और वायरलेस सेट लेकर ट्रेन के अंदर कदम रखा है। उसके चेहरे पर गंभीरता और चिंता की भावनाएं स्पष्ट हैं। ट्रेन के भीतर का माहौल ठंडा और डरावना है। उसकी टॉर्च की रोशनी ट्रेन के धूल से ढके कोच में पड़ रही है। सीटें पुरानी और जर्जर दिखाई दे रही हैं, और पूरे दृश्य में सन्नाटा पसरा हुआ है।
कोहरे से ढका स्टेशन और ट्रेन का आगमन: रात का दृश्य, स्टेशन पर घना कोहरा फैला हुआ है। प्लेटफॉर्म पर हल्की रोशनी दिख रही है, और उसी में ट्रेन आकर रुकती है। सुरेश और मनोज थोड़ी दूरी पर खड़े हैं। ट्रेन के चारों ओर कोहरा फैला है, और वातावरण में गहरा रहस्य छिपा हुआ महसूस होता है।
उसी ट्रेन में एक महिला थी, जिसकी लाश कभी नहीं मिली
उसी ट्रेन में एक महिला थी, जिसकी लाश कभी नहीं मिली
पुराने रिकॉर्ड
पुराने रिकॉर्ड
एक ट्रेन पटरी से उतर गई थी, जिसमें कई यात्रियों की मौत हो गई
एक ट्रेन पटरी से उतर गई थी, जिसमें कई यात्रियों की मौत हो गई
अमित ने हवेली के कमरे में अजीब सी छायाएँ और घुसपैठ का अनुभव किया। उसकी रिकॉर्डिंग में अजीब आवाजें और धुंधली छायाएँ कैद हो गईं।
अमित ने हवेली के कमरे में अजीब सी छायाएँ और घुसपैठ का अनुभव किया। उसकी रिकॉर्डिंग में अजीब आवाजें और धुंधली छायाएँ कैद हो गईं।
अमित ने हवेली के गेट के पास कुछ अजीब आवाजें सुनीं, जैसे किसी ने दरवाजे को खटखटाया हो। उसने दरवाजे के पास जाकर देखा, लेकिन बाहर कोई नहीं था।
अमित ने हवेली के गेट के पास कुछ अजीब आवाजें सुनीं, जैसे किसी ने दरवाजे को खटखटाया हो। उसने दरवाजे के पास जाकर देखा, लेकिन बाहर कोई नहीं था।
अमित ने हवेली के गेट के पास कुछ अजीब आवाजें सुनीं, जैसे किसी ने दरवाजे को खटखटाया हो। उसने दरवाजे के पास जाकर देखा, लेकिन बाहर कोई नहीं था।
अमित ने हवेली के गेट के पास कुछ अजीब आवाजें सुनीं, जैसे किसी ने दरवाजे को खटखटाया हो। उसने दरवाजे के पास जाकर देखा, लेकिन बाहर कोई नहीं था।
हवेली के अंदर रात बिताने के दौरान, अमित ने अजीब घटनाओं का सामना किया। जैसे ही रात का अंधेरा छाया, हवेली में एक अजीब सी ठंडक फैल गई और एक अज्ञात शीतलता का एहसास होने लगा।