अर्जुन अपनी यात्रा के लिए तैयार हुआ। उसने अपनी झोली में कुछ खाने का सामान और एक मशाल ली और चल पड़ा जंगल की ओर। जंगल घना था और उसमें से रास्ता ढूँढना मुश्किल था, लेकिन अर्जुन अपनी हिम्मत और जिज्ञासा के कारण आगे बढ़ता गया। अंततः वह उस जादुई गुफ़ा के सामने पहुँचा। गुफ़ा का द्वार बहुत बड़ा और भयानक था, लेकिन अर्जुन बिना किसी डर के अंदर चला गया।