हाथी ने दिन-रात मेहनत की। उसने पुराने कागज और तिनके इकट्ठा किए और एक बड़ा पंखा बनाया। वह अपने दोस्तों को बताने गया कि वह अब उड़ने जा रहा है। सभी दोस्त उसकी मदद करने के लिए तैयार हो गए।
हाथी ने दिन-रात मेहनत की। उसने पुराने कागज और तिनके इकट्ठा किए और एक बड़ा पंखा बनाया। वह अपने दोस्तों को बताने गया कि वह अब उड़ने जा रहा है। सभी दोस्त उसकी मदद करने के लिए तैयार हो गए।
हाथी ने दिन-रात मेहनत की। उसने पुराने कागज और तिनके इकट्ठा किए और एक बड़ा पंखा बनाया। वह अपने दोस्तों को बताने गया कि वह अब उड़ने जा रहा है। सभी दोस्त उसकी मदद करने के लिए तैयार हो गए।
हाथी ने दिन-रात मेहनत की। उसने पुराने कागज और तिनके इकट्ठा किए और एक बड़ा पंखा बनाया। वह अपने दोस्तों को बताने गया कि वह अब उड़ने जा रहा है। सभी दोस्त उसकी मदद करने के लिए तैयार हो गए।
हाथी ने दिन-रात मेहनत की। उसने पुराने कागज और तिनके इकट्ठा किए और एक बड़ा पंखा बनाया। वह अपने दोस्तों को बताने गया कि वह अब उड़ने जा रहा है। सभी दोस्त उसकी मदद करने के लिए तैयार हो गए।
लेकिन हाथी ने हार नहीं मानी। उसने सोचा, "अगर मैं उड़ नहीं सकता, तो क्यों न एक ऐसा कुछ बनाऊं जो मुझे उड़ने में मदद करे?"
लेकिन हाथी ने हार नहीं मानी। उसने सोचा, "अगर मैं उड़ नहीं सकता, तो क्यों न एक ऐसा कुछ बनाऊं जो मुझे उड़ने में मदद करे?"
एक दिन, हाथी ने अपने दोस्तों से कहा, "मैं बड़ा हाथी बनकर आसमान में उड़ना चाहता हूँ।" उसके दोस्तों ने हंसकर कहा, "हाथी कैसे उड़ सकता है? यह तो केवल पक्षियों का काम है।"
एक दिन, हाथी ने अपने दोस्तों से कहा, "मैं बड़ा हाथी बनकर आसमान में उड़ना चाहता हूँ।" उसके दोस्तों ने हंसकर कहा, "हाथी कैसे उड़ सकता है? यह तो केवल पक्षियों का काम है।"
एक दिन, हाथी ने अपने दोस्तों से कहा, "मैं बड़ा हाथी बनकर आसमान में उड़ना चाहता हूँ।" उसके दोस्तों ने हंसकर कहा, "हाथी कैसे उड़ सकता है? यह तो केवल पक्षियों का काम है।"
एक दिन, हाथी ने अपने दोस्तों से कहा, "मैं बड़ा हाथी बनकर आसमान में उड़ना चाहता हूँ।" उसके दोस्तों ने हंसकर कहा, "हाथी कैसे उड़ सकता है? यह तो केवल पक्षियों का काम है।"
एक बार की बात है, एक नन्हा हाथी जिसका नाम था टिंकल। टिंकल बहुत प्यारा और जिज्ञासु था, लेकिन वह हमेशा सोचता था कि वह बड़ा होकर क्या बनना चाहता है। उसके दोस्तों में एक कछुआ, एक बंदर और एक तोता था।
एक बार की बात है, एक नन्हा हाथी जिसका नाम था टिंकल। टिंकल बहुत प्यारा और जिज्ञासु था, लेकिन वह हमेशा सोचता था कि वह बड़ा होकर क्या बनना चाहता है। उसके दोस्तों में एक कछुआ, एक बंदर और एक तोता था।
एक बार की बात है, एक नन्हा हाथी जिसका नाम था टिंकल। टिंकल बहुत प्यारा और जिज्ञासु था, लेकिन वह हमेशा सोचता था कि वह बड़ा होकर क्या बनना चाहता है। उसके दोस्तों में एक कछुआ, एक बंदर और एक तोता था।
और उसने एक पेड़ पर एक कांव-कांव करता हुआ कौआ देखा। कौआ की चोंच में एक बड़ा टुकड़ा रोटी था। फ़ॉक्सी ने सोचा, "अगर मुझे यह रोटी मिल जाए तो मज़ा आ जाए!"
और उसने एक पेड़ पर एक कांव-कांव करता हुआ कौआ देखा। कौआ की चोंच में एक बड़ा टुकड़ा रोटी था। फ़ॉक्सी ने सोचा, "अगर मुझे यह रोटी मिल जाए तो मज़ा आ जाए!"
एक जंगल में एक चालाक लोमड़ी रहती थी। उसका नाम था फ़ॉक्सी। फ़ॉक्सी को अपने चालाकी भरे दिमाग पर बहुत घमंड था। एक दिन, वह जंगल में घूम रही थी और उसने एक पेड़ पर एक कांव-कांव करता हुआ कौआ देखा। कौआ की चोंच में एक बड़ा टुकड़ा रोटी था। फ़ॉक्सी ने सोचा, "अगर मुझे यह रोटी मिल जाए तो मज़ा आ जाए!"
एक जंगल में एक चालाक लोमड़ी रहती थी। उसका नाम था फ़ॉक्सी। फ़ॉक्सी को अपने चालाकी भरे दिमाग पर बहुत घमंड था। एक दिन, वह जंगल में घूम रही थी और उसने एक पेड़ पर एक कांव-कांव करता हुआ कौआ देखा। कौआ की चोंच में एक बड़ा टुकड़ा रोटी था। फ़ॉक्सी ने सोचा, "अगर मुझे यह रोटी मिल जाए तो मज़ा आ जाए!"
एक जंगल में एक चालाक लोमड़ी रहती थी। उसका नाम था फ़ॉक्सी। फ़ॉक्सी को अपने चालाकी भरे दिमाग पर बहुत घमंड था। एक दिन, वह जंगल में घूम रही थी और उसने एक पेड़ पर एक कांव-कांव करता हुआ कौआ देखा। कौआ की चोंच में एक बड़ा टुकड़ा रोटी था। फ़ॉक्सी ने सोचा, "अगर मुझे यह रोटी मिल जाए तो मज़ा आ जाए!"
एक जंगल में एक चालाक लोमड़ी रहती थी। उसका नाम था फ़ॉक्सी। फ़ॉक्सी को अपने चालाकी भरे दिमाग पर बहुत घमंड था। एक दिन, वह जंगल में घूम रही थी और उसने एक पेड़ पर एक कांव-कांव करता हुआ कौआ देखा। कौआ की चोंच में एक बड़ा टुकड़ा रोटी था। फ़ॉक्सी ने सोचा, "अगर मुझे यह रोटी मिल जाए तो मज़ा आ जाए!"
तभी एक शिकारी आया और उसने कछुए को पकड़ लिया। हिरण ने यह देखा और घबरा गया, लेकिन उसने अपने दोस्त को बचाने का निश्चय किया।
तभी एक शिकारी आया और उसने कछुए को पकड़ लिया। हिरण ने यह देखा और घबरा गया, लेकिन उसने अपने दोस्त को बचाने का निश्चय किया।
तभी एक शिकारी आया और उसने कछुए को पकड़ लिया। हिरण ने यह देखा और घबरा गया, लेकिन उसने अपने दोस्त को बचाने का निश्चय किया।
तभी एक शिकारी आया और उसने कछुए को पकड़ लिया। हिरण ने यह देखा और घबरा गया, लेकिन उसने अपने दोस्त को बचाने का निश्चय किया।
हिरण ने एक चाल चली। वह शिकारी के पास जाकर तेज़ दौड़ने लगा, ताकि शिकारी का ध्यान उस पर केंद्रित हो जाए। शिकारी ने हिरण को पकड़ने के
हिरण ने एक चाल चली। वह शिकारी के पास जाकर तेज़ दौड़ने लगा, ताकि शिकारी का ध्यान उस पर केंद्रित हो जाए। शिकारी ने हिरण को पकड़ने के
हिरण ने एक चाल चली। वह शिकारी के पास जाकर तेज़ दौड़ने लगा, ताकि शिकारी का ध्यान उस पर केंद्रित हो जाए। शिकारी ने हिरण को पकड़ने के
कुछ देर बाद, शिकारी ने हिरण को पकड़ने में असफल होने के बाद वापस आकर देखा कि कछुआ गायब हो गया है। वह निराश होकर जंगल से चला गया। हिरण और कछुआ फिर से मिल गए और खुशी-खुशी अपनी दोस्ती का जश्न मनाने लगे।
कुछ देर बाद, शिकारी ने हिरण को पकड़ने में असफल होने के बाद वापस आकर देखा कि कछुआ गायब हो गया है। वह निराश होकर जंगल से चला गया। हिरण और कछुआ फिर से मिल गए और खुशी-खुशी अपनी दोस्ती का जश्न मनाने लगे।
कुछ देर बाद, शिकारी ने हिरण को पकड़ने में असफल होने के बाद वापस आकर देखा कि कछुआ गायब हो गया है। वह निराश होकर जंगल से चला गया। हिरण और कछुआ फिर से मिल गए और खुशी-खुशी अपनी दोस्ती का जश्न मनाने लगे।
कुछ देर बाद, शिकारी ने हिरण को पकड़ने में असफल होने के बाद वापस आकर देखा कि कछुआ गायब हो गया है। वह निराश होकर जंगल से चला गया। हिरण और कछुआ फिर से मिल गए और खुशी-खुशी अपनी दोस्ती का जश्न मनाने लगे।
हिरण ने एक चाल चली। वह शिकारी के पास जाकर तेज़ दौड़ने लगा, ताकि शिकारी का ध्यान उस पर केंद्रित हो जाए। शिकारी ने हिरण को पकड़ने के लिए कछुए को वहीं छोड़ दिया और हिरण के पीछे दौड़ने लगा। जब शिकारी दूर चला गया, तो कछुआ नदी में कूद गया और सुरक्षित रूप से छिप गया।
हिरण ने एक चाल चली। वह शिकारी के पास जाकर तेज़ दौड़ने लगा, ताकि शिकारी का ध्यान उस पर केंद्रित हो जाए। शिकारी ने हिरण को पकड़ने के लिए कछुए को वहीं छोड़ दिया और हिरण के पीछे दौड़ने लगा। जब शिकारी दूर चला गया, तो कछुआ नदी में कूद गया और सुरक्षित रूप से छिप गया।
हिरण ने एक चाल चली। वह शिकारी के पास जाकर तेज़ दौड़ने लगा, ताकि शिकारी का ध्यान उस पर केंद्रित हो जाए। शिकारी ने हिरण को पकड़ने के लिए कछुए को वहीं छोड़ दिया और हिरण के पीछे दौड़ने लगा। जब शिकारी दूर चला गया, तो कछुआ नदी में कूद गया और सुरक्षित रूप से छिप गया।
बहुत समय पहले की बात है, एक जंगल में एक हिरण और एक कछुआ रहते थे। दोनों पक्के दोस्त थे और हर दिन एक साथ खेलते और खाते थे। एक दिन, जब वे दोनों नदी के किनारे आराम कर रहे थे, तभी एक शिकारी आया और उसने कछुए को पकड़ लिया। हिरण ने यह देखा और घबरा गया, लेकिन उसने अपने दोस्त को बचाने का निश्चय किया।
बहुत समय पहले की बात है, एक जंगल में एक हिरण और एक कछुआ रहते थे। दोनों पक्के दोस्त थे और हर दिन एक साथ खेलते और खाते थे। एक दिन, जब वे दोनों नदी के किनारे आराम कर रहे थे, तभी एक शिकारी आया और उसने कछुए को पकड़ लिया। हिरण ने यह देखा और घबरा गया, लेकिन उसने अपने दोस्त को बचाने का निश्चय किया।
बहुत समय पहले की बात है, एक जंगल में एक हिरण और एक कछुआ रहते थे। दोनों पक्के दोस्त थे और हर दिन एक साथ खेलते और खाते थे। एक दिन, जब वे दोनों नदी के किनारे आराम कर रहे थे, तभी एक शिकारी आया और उसने कछुए को पकड़ लिया। हिरण ने यह देखा और घबरा गया, लेकिन उसने अपने दोस्त को बचाने का निश्चय किया।