"Wounded but unyielding, Rani Durgavati stands tall on the battlefield, her sword raised in defiance. Her soldiers lay fallen around her, but her eyes burn with the fire of resistance."
"Wounded but unyielding, Rani Durgavati stands tall on the battlefield, her sword raised in defiance. Her soldiers lay fallen around her, but her eyes burn with the fire of resistance."
"Wounded but unyielding, Rani Durgavati stands tall on the battlefield, her sword raised in defiance. Her soldiers lay fallen around her, but her eyes burn with the fire of resistance."
a painting of a woman holding a sword in front of a group of men
a painting of a woman holding a sword in front of a group of men
"Wounded but unyielding, Rani Durgavati stands tall on the battlefield, her sword raised in defiance. Her soldiers lay fallen around her, but her eyes burn with the fire of resistance."
"Wounded but unyielding, Rani Durgavati stands tall on the battlefield, her sword raised in defiance. Her soldiers lay fallen around her, but her eyes burn with the fire of resistance."
Soldiers in traditional armor sharpen their swords and prepare their bows as the sky turns red with the dawn of battle. Horses neigh in the background as commanders give orders."
Soldiers in traditional armor sharpen their swords and prepare their bows as the sky turns red with the dawn of battle. Horses neigh in the background as commanders give orders."
"A massive Mughal army marching across a vast plain, with rows of soldiers, elephants, and horses carrying banners. Dust rises from the ground as they move towards battle under a cloudy sky."
महावत ने कहा, "रानी मां, हम हाथी को युद्ध से बाहर ले चलते हैं।" रानी ने एक दमदार आवाज़ में कहा, "नहीं! या तो दुश्मन को हराकर हम विजयी होंगे, या वीरगति प्राप्त करेंगे। पीछे हटने का कोई सवाल ही नहीं।"
महावत ने कहा, "रानी मां, हम हाथी को युद्ध से बाहर ले चलते हैं।" रानी ने एक दमदार आवाज़ में कहा, "नहीं! या तो दुश्मन को हराकर हम विजयी होंगे, या वीरगति प्राप्त करेंगे। पीछे हटने का कोई सवाल ही नहीं।"
Create a 3D revolution 1 Rani sit on elephant and elephant control one man on head seating
रानी ने अपनी कटार निकाली और अपने सीने में घोंप दी, ताकि वे युद्धभूमि में सम्मान के साथ वीरगति प्राप्त कर सकें।
रानी ने अपनी कटार निकाली और अपने सीने में घोंप दी, ताकि वे युद्धभूमि में सम्मान के साथ वीरगति प्राप्त कर सकें।
रानी ने अपनी कटार निकाली और अपने सीने में घोंप दी, ताकि वे युद्धभूमि में सम्मान के साथ वीरगति प्राप्त कर सकें।
उन्होंने अपनी कटार निकाली और अपने सीने में घोंप दी, ताकि वे युद्धभूमि में सम्मान के साथ वीरगति प्राप्त कर सकें।
उन्होंने अपनी कटार निकाली और अपने सीने में घोंप दी, ताकि वे युद्धभूमि में सम्मान के साथ वीरगति प्राप्त कर सकें।
उन्होंने मुगलों पर ताबड़तोड़ तीरों की बौछार की, तब तक जब तक उनकी सारी शक्ति समाप्त नहीं हो गई। मुगल सैनिक धीरे-धीरे उनके पास आने लगे, लेकिन वह अब भी डटी रहीं।
उन्होंने मुगलों पर ताबड़तोड़ तीरों की बौछार की, तब तक जब तक उनकी सारी शक्ति समाप्त नहीं हो गई। मुगल सैनिक धीरे-धीरे उनके पास आने लगे, लेकिन वह अब भी डटी रहीं।
उन्होंने मुगलों पर ताबड़तोड़ तीरों की बौछार की, तब तक जब तक उनकी सारी शक्ति समाप्त नहीं हो गई। मुगल सैनिक धीरे-धीरे उनके पास आने लगे, लेकिन वह अब भी डटी रहीं।
तभी एक और तीर उनके गले में आ लगा। वे थोड़ा पीछे झुकीं, लेकिन तुरंत संभल कर फिर से खड़ी हो गईं।
तभी एक और तीर उनके गले में आ लगा। वे थोड़ा पीछे झुकीं, लेकिन तुरंत संभल कर फिर से खड़ी हो गईं।
। मैदान में अब केवल मुगल सैनिकों की भीड़ थी और बीच में खड़ी थीं महारानी दुर्गावती, अपनी अंतिम सांसों तक लड़ाई करती हुई।
। मैदान में अब केवल मुगल सैनिकों की भीड़ थी और बीच में खड़ी थीं महारानी दुर्गावती, अपनी अंतिम सांसों तक लड़ाई करती हुई।
उनके अनुयायियों ने विनती की, "रानी मां, पीछे हट जाएं, अब यह लड़ाई और कठिन होती जा रही है।
उनके अनुयायियों ने विनती की, "रानी मां, पीछे हट जाएं, अब यह लड़ाई और कठिन होती जा रही है।
रानी दुर्गावती को एक तीर आकर उनकी आंख में लग जाती
रानी दुर्गावती को एक तीर आकर उनकी आंख में लग जाती
उनकी आंखों में तेज़ और हाथों में बिजली थी। तभी एक तीर आकर उनकी आंख में लगा।
उनकी आंखों में तेज़ और हाथों में बिजली थी। उनके साथ खड़े सैनिकों की संख्या लगातार घट रही थी, लेकिन उनकी हिम्मत नहीं। तभी एक तीर आकर उनकी आंख में लगा।
उनकी आंखों में तेज़ और हाथों में बिजली थी। उनके साथ खड़े सैनिकों की संख्या लगातार घट रही थी, लेकिन उनकी हिम्मत नहीं। तभी एक तीर आकर उनकी आंख में लगा।
युद्ध शुरू हुआ, रानी दुर्गावती ने अपने तीर-धनुष से एक-एक करके मुगल सैनिकों को धराशायी करना शुरू कर
युद्ध शुरू हुआ, रानी दुर्गावती ने अपने तीर-धनुष से एक-एक करके मुगल सैनिकों को धराशायी करना शुरू कर
A heartfelt scene of Ratan Tata being surrounded by young and old people offering flowers and garlands, with a shining sunset in the background, symbolizing a life of service and inspiration."
A heartfelt scene of Ratan Tata being surrounded by young and old people offering flowers and garlands, with a shining sunset in the background, symbolizing a life of service and inspiration."