एक गहरे जंगल में एक छोटा सा गाँव था। जंगल में रात को अजीबोगरीब आवाजें सुनाई देती थीं, लेकिन लोग उन्हें ध्यान नहीं देते थे। एक रात, गाँव में एक युवक की लाश मिली। उसके गले पर गहरी नाली के निशान थे। लोगों ने सोचा कि शायद वह खुद को गायब कर देने की कोशिश में नदी में कूद गया हो। परेशान और डरे हुए, गाँव वाले रात में अपने घरों में लौटे। लेकिन रात के साये ने भी उनके घरों के अंदर पहुंच गए। एक-एक करके लोगों के घरों में अजीब आवाजें सुनाई देने लगीं। कुछ कहते हुए हाथी की तरह घर के अंदर दरवाज़े पर खड़े हो जाते थे, कुछ कहते हुए सांप की तरह रेत में खो जाते थे। लोग डर के मारे हुए, उन अजीबोगरीब आवाजों के बारे में बात करने के लिए अजीबोगरीब ठहर गए। अचानक, एक आवाज़ ने पूरे गाँव को हिला दिया। "मैं यहाँ हूँ, मेरे पीछे मत आना!" यह आवाज ने सभी के हृदय को बड़े ही तेजी से धड़काया। रात के अंत में, गाँव के नाम हरी भगाते हुए रह गए। कोई उन आवाजों का पता लगाने की कोशिश नहीं कर रहा था। गाँव के पास का जंगल अब अजीब और खतरनाक था। लोग कभी भी उस जंगल में जाने का सोचने से डरते थे, क्योंकि उन्हें पता था कि रात के साये कितने खतरनाक हो सकते हैं।