एक बार हाथी को कुछ खरगोश मिले। “भाई क्या में तुम्हारा दोस्त बन सकता हु?” हाथी ने उनसे अनुरोध किया। “आप मेरे घर के अंदर फिट होने के लिए बहुत बड़े हैं। तुम मेरे मित्र नहीं हो सकते”, खरगोश ने उत्तर दिया।
एक बार हाथी को कुछ खरगोश मिले। “भाई क्या में तुम्हारा दोस्त बन सकता हु?” हाथी ने उनसे अनुरोध किया। “आप मेरे घर के अंदर फिट होने के लिए बहुत बड़े हैं। तुम मेरे मित्र नहीं हो सकते”, खरगोश ने उत्तर दिया।
एक बार हाथी को कुछ खरगोश मिले। “भाई क्या में तुम्हारा दोस्त बन सकता हु?” हाथी ने उनसे अनुरोध किया। “आप मेरे घर के अंदर फिट होने के लिए बहुत बड़े हैं। तुम मेरे मित्र नहीं हो सकते”, खरगोश ने उत्तर दिया।
हाथी और उसके दोस्त सीमापुर गांव के पास एक बड़ा सा जंगल था। उस गांव में बहुत सारे जंगली जानवर रहते थे। उस जंगल में एक अकेला हाथी रहता था, जिसके साथ कोई भी दोस्ती नहीं करना चाहता था। वह अकेला हाथी दोस्तों की तलाश में जंगल में भटकता रहता था।
हाथी और उसके दोस्त सीमापुर गांव के पास एक बड़ा सा जंगल था। उस गांव में बहुत सारे जंगली जानवर रहते थे। उस जंगल में एक अकेला हाथी रहता था, जिसके साथ कोई भी दोस्ती नहीं करना चाहता था। वह अकेला हाथी दोस्तों की तलाश में जंगल में भटकता रहता था।
हाथी और उसके दोस्त सीमापुर गांव के पास एक बड़ा सा जंगल था। उस गांव में बहुत सारे जंगली जानवर रहते थे। उस जंगल में एक अकेला हाथी रहता था, जिसके साथ कोई भी दोस्ती नहीं करना चाहता था। वह अकेला हाथी दोस्तों की तलाश में जंगल में भटकता रहता था।
एक दिन, धर्मा पेड़ काट रहा था कि अचानक उसकी कुल्हाड़ी हाथ से छूट गई और पास की नदी में गिर गई। नदी गहरी थी, और धर्मा
एक दिन, धर्मा पेड़ काट रहा था कि अचानक उसकी कुल्हाड़ी हाथ से छूट गई और पास की नदी में गिर गई। नदी गहरी थी, और धर्मा तैरना नहीं जानता था। अपनी कुल्हाड़ी खोने से धर्मा बहुत परेशान हो गया, क्योंकि वह उसकी आजीविका का एकमात्र साधन थी। वह नदी किनारे बैठकर रोने लगा।
एक दिन, धर्मा पेड़ काट रहा था कि अचानक उसकी कुल्हाड़ी हाथ से छूट गई और पास की नदी में गिर गई। नदी गहरी थी, और धर्मा तैरना नहीं जानता था। अपनी कुल्हाड़ी खोने से धर्मा बहुत परेशान हो गया, क्योंकि वह उसकी आजीविका का एकमात्र साधन थी। वह नदी किनारे बैठकर रोने लगा।
एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में एक लकड़हारा रहता था। उसका नाम धर्मा था। धर्मा बहुत ही ईमानदार और मेहनती था, लेकिन वह गरीब था। हर दिन वह जंगल में जाकर लकड़ियाँ काटता और उन्हें बेचकर अपना और अपने परिवार का पेट पालता था।
एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में एक लकड़हारा रहता था। उसका नाम धर्मा था। धर्मा बहुत ही ईमानदार और मेहनती था, लेकिन वह गरीब था। हर दिन वह जंगल में जाकर लकड़ियाँ काटता और उन्हें बेचकर अपना और अपने परिवार का पेट पालता था।
मीठू को अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने शेर से और सभी जानवरों से माफी मांगी और वादा किया कि अब वह कभी गपशप नहीं करेगा। सभी ने उसे माफ कर दिया, लेकिन मीठू ने यह सीख लिया कि दूसरों की बातों को समझदारी से सुनना और उन्हें गोपनीय रखना बहुत जरूरी होता है।
मीठू को अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने शेर से और सभी जानवरों से माफी मांगी और वादा किया कि अब वह कभी गपशप नहीं करेगा। सभी ने उसे माफ कर दिया, लेकिन मीठू ने यह सीख लिया कि दूसरों की बातों को समझदारी से सुनना और उन्हें गोपनीय रखना बहुत जरूरी होता है।
मीठू को अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने शेर से और सभी जानवरों से माफी मांगी और वादा किया कि अब वह कभी गपशप नहीं करेगा। सभी ने उसे माफ कर दिया, लेकिन मीठू ने यह सीख लिया कि दूसरों की बातों को समझदारी से सुनना और उन्हें गोपनीय रखना बहुत जरूरी होता है।
मीठू को अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने शेर से और सभी जानवरों से माफी मांगी और वादा किया कि अब वह कभी गपशप नहीं करेगा। सभी ने उसे माफ कर दिया, लेकिन मीठू ने यह सीख लिया कि दूसरों की बातों को समझदारी से सुनना और उन्हें गोपनीय रखना बहुत जरूरी होता है।
मीठू डर गया और सच्चाई कबूल कर ली। शेर ने उसे समझाया, "मीठू, विश्वास सबसे बड़ा धन होता है। यदि कोई तुम पर विश्वास करता है और तुम उसकी बातें सबको बता देते हो, तो वह विश्वास कभी वापस नहीं आ सकता।"
मीठू डर गया और सच्चाई कबूल कर ली। शेर ने उसे समझाया, "मीठू, विश्वास सबसे बड़ा धन होता है। यदि कोई तुम पर विश्वास करता है और तुम उसकी बातें सबको बता देते हो, तो वह विश्वास कभी वापस नहीं आ सकता।"
मीठू डर गया और सच्चाई कबूल कर ली। शेर ने उसे समझाया, "मीठू, विश्वास सबसे बड़ा धन होता है। यदि कोई तुम पर विश्वास करता है और तुम उसकी बातें सबको बता देते हो, तो वह विश्वास कभी वापस नहीं आ सकता।"
सब जानवरों ने मिलकर शेर से शिकायत की। शेर ने मीठू को बुलाया और उससे पूछा, "क्या तुम जंगल में गपशप फैला रहे हो?"
सब जानवरों ने मिलकर शेर से शिकायत की। शेर ने मीठू को बुलाया और उससे पूछा, "क्या तुम जंगल में गपशप फैला रहे हो?"
सब जानवरों ने मिलकर शेर से शिकायत की। शेर ने मीठू को बुलाया और उससे पूछा, "क्या तुम जंगल में गपशप फैला रहे हो?"
शेर के दरबार में हर जानवर अपनी समस्या लेकर आने लगा। मीठू छिपकर सबकी बातें सुनता और फिर उन बातों को जंगल में गपशप के रूप में फैलाने लगा। धीरे-धीरे, सभी जानवरों को यह पता चल गया कि उनकी बातें पूरे जंगल में फैल रही हैं, और यह सब मीठू की वजह से हो रहा है।
शेर के दरबार में हर जानवर अपनी समस्या लेकर आने लगा। मीठू छिपकर सबकी बातें सुनता और फिर उन बातों को जंगल में गपशप के रूप में फैलाने लगा। धीरे-धीरे, सभी जानवरों को यह पता चल गया कि उनकी बातें पूरे जंगल में फैल रही हैं, और यह सब मीठू की वजह से हो रहा है।
शेर के दरबार में हर जानवर अपनी समस्या लेकर आने लगा। मीठू छिपकर सबकी बातें सुनता और फिर उन बातों को जंगल में गपशप के रूप में फैलाने लगा। धीरे-धीरे, सभी जानवरों को यह पता चल गया कि उनकी बातें पूरे जंगल में फैल रही हैं, और यह सब मीठू की वजह से हो रहा है।
एक बार की बात है, एक छोटा तोता जिसका नाम मीठू था, वह जंगल के एक बड़े पेड़ पर रहता था। मीठू बहुत चतुर और बातूनी था। वह दिनभर उड़ता और अलग-अलग जानवरों से बातें करता। लेकिन मीठू की एक आदत थी कि वह हर किसी की बातें सुनता और फिर दूसरों को बताता। उसे गपशप करना बहुत पसंद था।
एक बार की बात है, एक छोटा तोता जिसका नाम मीठू था, वह जंगल के एक बड़े पेड़ पर रहता था। मीठू बहुत चतुर और बातूनी था। वह दिनभर उड़ता और अलग-अलग जानवरों से बातें करता। लेकिन मीठू की एक आदत थी कि वह हर किसी की बातें सुनता और फिर दूसरों को बताता। उसे गपशप करना बहुत पसंद था।
एक बार की बात है, एक छोटा तोता जिसका नाम मीठू था, वह जंगल के एक बड़े पेड़ पर रहता था। मीठू बहुत चतुर और बातूनी था। वह दिनभर उड़ता और अलग-अलग जानवरों से बातें करता। लेकिन मीठू की एक आदत थी कि वह हर किसी की बातें सुनता और फिर दूसरों को बताता। उसे गपशप करना बहुत पसंद था।
मीठू ने सोचा, "यह तो मेरे लिए सुनहरी मौका है! मैं राजा शेर की बातें सुनूंगा और पूरे जंगल में फैला दूंगा।"
मीठू ने सोचा, "यह तो मेरे लिए सुनहरी मौका है! मैं राजा शेर की बातें सुनूंगा और पूरे जंगल में फैला दूंगा।"
मीठू ने सोचा, "यह तो मेरे लिए सुनहरी मौका है! मैं राजा शेर की बातें सुनूंगा और पूरे जंगल में फैला दूंगा।"
एक दिन, जंगल में एक बड़ी समस्या आई। जंगल के राजा शेर ने एक घोषणा की कि कोई भी जानवर उसके पास आकर अपनी समस्याएं बता सकता है। शेर ने यह भी कहा कि उसकी बातें सिर्फ उन्हीं जानवरों तक पहुंचेंगी, जिनके लिए वह संदेश हो।
एक दिन, जंगल में एक बड़ी समस्या आई। जंगल के राजा शेर ने एक घोषणा की कि कोई भी जानवर उसके पास आकर अपनी समस्याएं बता सकता है। शेर ने यह भी कहा कि उसकी बातें सिर्फ उन्हीं जानवरों तक पहुंचेंगी, जिनके लिए वह संदेश हो।
एक दिन, जंगल में एक बड़ी समस्या आई। जंगल के राजा शेर ने एक घोषणा की कि कोई भी जानवर उसके पास आकर अपनी समस्याएं बता सकता है। शेर ने यह भी कहा कि उसकी बातें सिर्फ उन्हीं जानवरों तक पहुंचेंगी, जिनके लिए वह संदेश हो।
एक बार की बात है, एक छोटा तोता जिसका नाम मीठू था, वह जंगल के एक बड़े पेड़ पर रहता था। मीठू बहुत चतुर और बातूनी था। वह दिनभर उड़ता और अलग-अलग जानवरों से बातें करता। लेकिन मीठू की एक आदत थी कि वह हर किसी की बातें सुनता और फिर दूसरों को बताता। उसे गपशप करना बहुत पसंद था।
एक बार की बात है, एक छोटा तोता जिसका नाम मीठू था, वह जंगल के एक बड़े पेड़ पर रहता था। मीठू बहुत चतुर और बातूनी था। वह दिनभर उड़ता और अलग-अलग जानवरों से बातें करता। लेकिन मीठू की एक आदत थी कि वह हर किसी की बातें सुनता और फिर दूसरों को बताता। उसे गपशप करना बहुत पसंद था।
एक बार की बात है, एक छोटा तोता जिसका नाम मीठू था, वह जंगल के एक बड़े पेड़ पर रहता था। मीठू बहुत चतुर और बातूनी था। वह दिनभर उड़ता और अलग-अलग जानवरों से बातें करता। लेकिन मीठू की एक आदत थी कि वह हर किसी की बातें सुनता और फिर दूसरों को बताता। उसे गपशप करना बहुत पसंद था।
ने व्यापारी की बात ध्यान से सुनी। व्यापारी ने कहा, "सूर्योदय से पहले, एक बड़े मैदान में जाओ। जितनी जमीन तुम सूर्योदय से सूर्यास्त तक नाप लोगे, वह सारी तुम्हारी हो जाएगी। लेकिन एक शर्त है – अगर तुम समय पर वापस नहीं लौटे, तो तुम्हें कुछ नहीं मिलेगा।"