“जब वे घर के अंदर चले गए, तो उन्हें एक अजीब माहौल मिला। उनके साथियों को डर लगने लगा, लेकिन विक्रम ने उन्हें सामंजस्यपूर्ण रखा।धीरे-धीरे, उन्हें घर के अंदर की गहराई में कुछ अजीब ध्वनियाँ सुनाई देने लगी। वे बात करने का प्रयास करते हैं, पर उनके ध्यान को एक अजीब सा भयानक भाव चढ़ा।”